मनु भंडारी – एक कहानी यह भी | Class 10 Hindi Chapter 11 Notes
पुस्तक: क्षितिज भाग 2 (गद्य खंड)
लेखिका: मनु भंडारी
📘 पाठ परिचय
‘एक कहानी यह भी’ एक आत्मकथात्मक रचना है, जिसमें प्रसिद्ध लेखिका मनु भंडारी ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया है। यह पाठ न केवल एक लेखक के रूप में उनके संघर्षों को दर्शाता है, बल्कि एक स्त्री के रूप में समाज, विवाह और परिवार के बीच अपनी पहचान बनाने की यात्रा भी है।
🧑🎓 लेखिका परिचय
- नाम: मनु भंडारी
- जन्म: 3 अप्रैल 1931, मध्यप्रदेश
- मुख्य विधा: कहानी, उपन्यास, आत्मकथा
- विशेषता: नारीवाद, यथार्थ चित्रण, आत्मस्वीकृति
- प्रसिद्ध रचनाएँ: महाभोज, आपके लिए, एक प्लेट सैलाब
📚 पाठ का सारांश
इस आत्मकथा में मनु भंडारी ने अपने लेखन जीवन, विवाह, पारिवारिक जीवन और संघर्षों का वर्णन किया है। वे एक लेखिका के रूप में पहचान बनाना चाहती थीं, लेकिन उनके सामने परिवार और पति की प्रतिष्ठा की अपेक्षाएँ आ जाती हैं।
उनका विवाह प्रसिद्ध लेखक राजेंद्र यादव से हुआ। शादी के बाद भी उन्होंने लेखन नहीं छोड़ा, लेकिन उन्हें संघर्ष, असहमतियाँ, मानसिक दबाव और सामाजिक आलोचना का सामना करना पड़ा।
कहानी में लेखिका ने अपनी भावनात्मक उलझनों, लेखकीय अस्तित्व और स्त्री के आत्मसम्मान
💡 मुख्य संदेश
- स्त्री को भी अपनी स्वतंत्र पहचान बनाने का अधिकार है।
- लेखन और पारिवारिक जीवन के बीच संतुलन बनाना कठिन होता है, लेकिन संभव है।
- स्वीकृति, समझ और आत्मसम्मान स्त्री जीवन के आधार हैं।
🎨 भाषा एवं शैली
- भाषा: आत्मीय, सरल, संवेदनात्मक
- शैली: आत्मकथात्मक, स्पष्टवादिता से परिपूर्ण
- मुख्य विशेषता: अनुभवों का ईमानदार चित्रण
❓ महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर
- प्रश्न: ‘एक कहानी यह भी’ किस प्रकार की रचना है?
उत्तर: यह एक आत्मकथात्मक रचना है जिसमें लेखिका ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया है। - प्रश्न: मनु भंडारी को किस संघर्ष का सामना करना पड़ा?
उत्तर: उन्हें एक लेखिका और पत्नी के रूप में पहचान बनाए रखने के लिए सामाजिक, पारिवारिक और मानसिक संघर्षों से गुजरना पड़ा। - प्रश्न: पाठ का केंद्रीय भाव क्या है?
उत्तर: स्त्री की आत्मनिर्भरता, आत्मसम्मान और स्वतंत्र पहचान की आवश्यकता।
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